भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। स्वतंत्रता के बाद से लेकर आज तक, महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी दक्षता और क्षमता का परिचय दिया है। लेकिन ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में अब भी महिलाएँ आर्थिक दृष्टि से पिछड़ी हुई हैं। उन्हें न तो पर्याप्त रोजगार के अवसर मिल पाते हैं, न ही आत्मनिर्भर बनने के साधन।
इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए असम सरकार ने महिलाओं के आत्मनिर्भर भविष्य की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की है — “असम स्वनिभर नारी योजना (Assam Swanirbhar Naari Yojana)”।
यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें स्वरोजगार, उद्यमिता और आत्म-सम्मान की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर भी देती है। इस योजना का मूल उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।
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🌿 Assam Swanirbhar Naari Yojana का परिचय
Assam Swanirbhar Naari Yojana का शुभारंभ राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए किया गया। इस योजना की घोषणा असम के मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2021 में की गई थी, जिसका क्रियान्वयन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग (P&RD) के माध्यम से किया जा रहा है।
इस योजना का उद्देश्य राज्य की ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups – SHGs) के माध्यम से विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में जोड़ना है, ताकि वे अपने उत्पादों का उत्पादन और विपणन स्वयं कर सकें।
🎯 Assam Swanirbhar Naari Yojana के प्रमुख उद्देश्य
| क्रमांक | उद्देश्य | विवरण |
| 1 | महिला सशक्तिकरण | ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से मजबूत बनाना |
| 2 | आत्मनिर्भरता को बढ़ावा | महिलाओं को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना |
| 3 | गरीबी उन्मूलन | महिला परिवारों में आय वृद्धि कर गरीबी घटाना |
| 4 | SHG को सशक्त करना | स्वयं सहायता समूहों को उत्पादन और विपणन के क्षेत्र में मजबूत बनाना |
| 5 | स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा | असम के पारंपरिक हस्तशिल्प और वस्त्रों को बाजार में पहचान दिलाना |
🌼 मुख्य विशेषताएँ (Key Features)
- इस Assam Swanirbhar Naari Yojana के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को उनके उत्पादन कार्यों के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
- योजना के अंतर्गत स्वरोजगार के विभिन्न अवसर जैसे हस्तशिल्प, वस्त्र निर्माण, कृषि उत्पाद, पशुपालन, और खाद्य प्रसंस्करण आदि शामिल किए गए हैं।
- राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले में उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने का प्रावधान किया है, ताकि महिलाओं को तकनीकी और व्यवसायिक कौशल में प्रशिक्षित किया जा सके।
- SHG द्वारा निर्मित उत्पादों को सरकारी पोर्टल “Swanirbhar Naari Portal” पर ऑनलाइन बिक्री के लिए सूचीबद्ध किया जाता है।
- योजना का संचालन पूरी तरह पारदर्शी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किया जाता है ताकि लाभ सीधे पात्र महिलाओं तक पहुँच सके।
🧾 पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
- आवेदिका असम राज्य की स्थायी निवासी महिला होनी चाहिए।
- महिला किसी स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी हो।
- SHG को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में पंजीकृत होना चाहिए।
- समूह का नियमित संचालन और बैंक लेनदेन कम से कम 6 महीने पुराना होना चाहिए।
- आवेदक समूह का सदस्य किसी अन्य सरकारी योजना से समान लाभ नहीं ले रहा हो।
📑 आवश्यक दस्तावेज़
- आवेदिका का आधार कार्ड
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
- बैंक खाता विवरण (खाता SHG के नाम से)
- SHG पंजीकरण प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- संपर्क नंबर और ईमेल आईडी (यदि उपलब्ध हो)
🖊️ आवेदन प्रक्रिया (Application Process)
Assam Swanirbhar Naari Yojana के लिए आवेदन दो तरीकों से किया जा सकता है — ऑनलाइन और ऑफलाइन।
🔹 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- असम सरकार के आधिकारिक पोर्टल https://swanirbharnaari.assam.gov.in पर जाएँ।
- “Apply Now” पर क्लिक करें।
- आवश्यक जानकारी भरें – समूह का नाम, सदस्यों की जानकारी, बैंक विवरण आदि।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन को सबमिट करें और आवेदन संख्या नोट कर लें।
🔹 ऑफलाइन प्रक्रिया
- पंचायत या ब्लॉक विकास कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- आवश्यक जानकारी भरकर संबंधित अधिकारी को जमा करें।
- सत्यापन के बाद आवेदन स्वीकृत किया जाएगा।
💰 Assam Swanirbhar Naari Yojana के अंतर्गत मिलने वाले लाभ
- प्रत्येक पात्र SHG को आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण सुविधा प्रदान की जाती है।
- महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण सहायता और सामग्री अनुदान मिलता है।
- स्थानीय स्तर पर उत्पाद प्रदर्शनियों और बाजार उपलब्ध कराने में सहायता दी जाती है।
- महिलाओं के उत्पादों को राज्य के सरकारी विभागों द्वारा खरीदारी में प्राथमिकता दी जाती है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उद्यमियों को स्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं।
🧶 कवरेज क्षेत्र (Covered Sectors)
| क्षेत्र | विवरण |
| कृषि एवं पशुपालन | डेयरी, पोल्ट्री, मछली पालन, और जैविक खेती में कार्य हेतु सहायता |
| हस्तशिल्प | पारंपरिक बुनाई, सिलाई-कढ़ाई, बांस उत्पाद निर्माण |
| खाद्य प्रसंस्करण | अचार, पापड़, मसाले, पैकेजिंग उद्योग |
| सेवा क्षेत्र | ब्यूटी पार्लर, सिलाई सेंटर, खाद्य वितरण सेवाएं |
| वस्त्र उद्योग | असम सिल्क, हैंडलूम और हैंडिक्राफ्ट उत्पाद |
⚙️ Assam Swanirbhar Naari Yojana का संचालन और निगरानी (Implementation & Monitoring)
- योजना का संचालन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया जाता है।
- जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट मिशन मैनेजमेंट यूनिट (DMMU) इसकी निगरानी करती है।
- योजना की प्रगति की समीक्षा समय-समय पर मुख्यमंत्री द्वारा की जाती है।
- ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म के माध्यम से लाभार्थियों का डेटा सुरक्षित रखा जाता है।
- हर चरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ऑडिट और निरीक्षण किया जाता है।
🌺 Assam Swanirbhar Naari Yojana की उपलब्धियाँ (Achievements)
- अब तक राज्य के लगभग 3 लाख से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को योजना का लाभ मिला है।
- 35 से अधिक जिलों में महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।
- “Made in Assam” उत्पादों की बिक्री में 40% से अधिक वृद्धि हुई है।
- कई महिलाओं ने स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार तक पहुँचाया है।
- ग्रामीण परिवारों की आय में औसतन 25–30% की वृद्धि दर्ज की गई है।
💪 सफलता की कहानियाँ
- कोकराझार जिले की एक SHG ने बांस से बने घरेलू उत्पाद तैयार कर ऑनलाइन बेचना शुरू किया, जिससे आज वे हर महीने ₹30,000 से अधिक कमा रही हैं।
- नलबाड़ी की महिलाओं ने हैंडलूम वस्त्रों का उत्पादन शुरू किया, जिसे राज्य सरकार ने सरकारी यूनिफॉर्म सप्लाई में शामिल किया।
- कई महिलाओं ने योजना की सहायता से डेयरी यूनिट शुरू कर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया।
⚠️ चुनौतियाँ और सीमाएँ
- ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट और डिजिटल साक्षरता की कमी।
- कई SHG में वित्तीय प्रबंधन की अपर्याप्तता।
- उत्पाद विपणन की सीमित संभावनाएँ।
- कुछ क्षेत्रों में प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी।
सरकार द्वारा समाधान:
- डिजिटल प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन।
- स्थानीय बाजारों के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का जुड़ाव।
- वित्तीय सहायता को सरल और तेज़ बनाने के लिए DBT (Direct Benefit Transfer) प्रणाली।

🌻 भविष्य की संभावनाएँ
- योजना के तहत अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य।
- महिला उद्यमिता को राष्ट्रीय बाजार से जोड़ने हेतु “One District One Product” नीति का समावेश।
- महिला SHG उत्पादों की बिक्री के लिए ई-कॉमर्स हब की स्थापना।
- कौशल विकास और डिजिटल साक्षरता पर विशेष ध्यान।
- आत्मनिर्भर असम की दिशा में “स्वनिभर नारी” को प्रेरक मॉडल बनाना।
🌸 निष्कर्ष
Assam Swanirbhar Naari Yojana महिलाओं को केवल आर्थिक सहायता नहीं देती, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और सशक्त बनाती है। यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए जीवन बदलने वाला अवसर साबित हो रही है।
आज असम की महिलाएँ न केवल घर की सीमाओं से बाहर निकल रही हैं, बल्कि अपने परिश्रम से राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचा रही हैं।
निस्संदेह, यह योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में असम सरकार का एक दूरदर्शी कदम है, जो आने वाले वर्षों में राज्य को “आत्मनिर्भर असम” के लक्ष्य तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
❓ सामान्य प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1. असम स्वनिभर नारी योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस योजना का उद्देश्य असम की ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है।
प्रश्न 2. इस योजना का लाभ किन महिलाओं को मिलता है?
उत्तर: यह योजना असम की स्थायी निवासी महिलाओं को दी जाती है जो स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी हैं।
प्रश्न 3. आवेदन कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: इच्छुक महिलाएँ ऑनलाइन https://swanirbharnaari.assam.gov.in पोर्टल के माध्यम से या अपने ब्लॉक विकास कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकती हैं।
प्रश्न 4. इस योजना के अंतर्गत क्या लाभ मिलते हैं?
उत्तर: महिलाओं को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण, विपणन सहयोग और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
प्रश्न 5. क्या इस योजना के तहत सरकारी खरीद में महिलाओं के उत्पादों को प्राथमिकता दी जाती है?
उत्तर: हाँ, सरकार SHG द्वारा बनाए गए उत्पादों को सरकारी उपयोग में प्राथमिकता देती है।
🔗 सारणी: योजना का त्वरित सारांश
| बिंदु | विवरण |
| योजना का नाम | असम स्वनिभर नारी योजना |
| शुरूआत वर्ष | 2021 |
| लागू करने वाला विभाग | पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग |
| लाभार्थी | असम की महिला स्वयं सहायता समूह |
| उद्देश्य | महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना |
| सहायता प्रकार | प्रशिक्षण, आर्थिक सहयोग, विपणन सुविधा |
| आवेदन माध्यम | ऑनलाइन/ऑफलाइन दोनों |
| आधिकारिक वेबसाइट | https://swanirbharnaari.assam.gov.in |
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