उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में Devbhoomi Parivar Yojana 2025 की घोषणा कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह योजना केवल लाभ वितरण का माध्यम नहीं है, बल्कि राज्य की समग्र डिजिटल पहचान प्रणाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। राज्य कैबिनेट द्वारा अनुमोदित यह योजना उत्तराखंड में पारदर्शी, लक्ष्य-आधारित तथा प्रभावी शासन लागू करने में एक बड़ी भूमिका निभाएगी।
यह योजना खास इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि इसका उद्देश्य न सिर्फ सरकारी योजनाओं को योग्य लाभार्थियों तक पहुँचाना है, बल्कि राज्य में जनसांख्यिकीय संतुलन (Demographic Balance) को बनाए रखना भी है। यही कारण है कि यह योजना दो अलग-अलग प्रकार की फैमिली आईडी जारी करती है, जिससे स्थानीय निवासियों और अस्थायी निवासियों की पहचान स्पष्ट रहे।
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उत्तराखंड Devbhoomi Parivar Yojana 2025 – एक अनोखी डिजिटल पहचान प्रणाली
Devbhoomi Parivar Yojana का मुख्य आधार है– यूनिक फैमिली आईडी कार्ड (Parivar Pehchan Patra)। यह फैमिली आईडी उत्तराखंड के हर परिवार को दी जाएगी, जिससे एक केंद्रीकृत और सटीक डेटाबेस तैयार होगा।
इसका उद्देश्य है:
- राज्य की सभी सरकारी योजनाओं को एकीकृत करना
- हर परिवार को एक ही डिजिटल पहचान देना
- लाभ प्राप्ति की सभी प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाना
- भविष्य में आवश्यक योजनाओं के लिए रियल-टाइम डेटा उपलब्ध कराना
यानी अब उत्तराखंड का कोई भी परिवार विभिन्न योजनाओं के लिए अलग-अलग आवेदन नहीं करेगा। एक ही फैमिली आईडी से सभी सरकारी लाभ स्वतः जुड़े जाएंगे।
फैमिली आईडी की प्रमुख विशेषताएँ
यह Devbhoomi Parivar Yojana आधुनिक डिजिटल शासन का एक नया मॉडल प्रस्तुत करती है। इसके अंतर्गत मिलने वाली प्रमुख सुविधाएँ इस प्रकार हैं:
1. सिंगल-क्लिक एलिजिबिलिटी
परिवारों को यह जानने के लिए अब किसी सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी कि वे किस योजना के लिए योग्य हैं।
फैमिली आईडी डेटा के आधार पर सिस्टम स्वतः बताता रहेगा कि:
- कौन सी राज्य या केंद्र सरकार की योजना आपके लिए उपलब्ध है
- कब नया लाभ जारी हुआ है
- किन योजनाओं का लाभ आपको मिल चुका है या अभी लंबित है
2. डिजिटल पासबुक
हर परिवार को एक डिजिटल पासबुक दी जाएगी जिसमें होंगे:
- प्राप्त लाभों का पूरा विवरण
- कितनी सहायता मिली
- कौन सी योजनाओं से अभी लाभ मिलना बाकी है
- किन योजनाओं के लिए परिवार योग्य है
यह पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा।
3. डेटा समेकन (Data Consolidation)
अब अलग-अलग योजनाओं के लिए बार-बार वही दस्तावेज जमा नहीं करने होंगे।
एक बार दर्ज किए गए परिवार और सदस्यों के विवरण का उपयोग सभी योजनाओं में किया जाएगा।
4. दोबारा सर्वे की जरूरत खत्म
सरकार को नागरिकों का अप-टू-डेट डेटा पहले से उपलब्ध रहेगा, जिससे नए सर्वे या डेटा इकट्ठा करने पर होने वाला करोड़ों का खर्च बच सकेगा।
जनसांख्यिकीय संतुलन बनाए रखने के लिए दो प्रकार की आईडी
Devbhoomi Parivar Yojana एक अनोखी व्यवस्था लागू करती है—दो अलग-अलग प्रकार की फैमिली आईडी जारी की जाएंगी:
1. स्थायी परिवार आईडी (Permanent Family ID)
- उत्तराखंड के मूल निवासियों को दी जाएगी
- इन परिवारों को योजनाओं में सर्वोच्च प्राथमिकता मिलेगी
- इससे राज्य अपनी सांस्कृतिक पहचान और मौलिक निवासियों के हितों की रक्षा कर सकेगा
2. अस्थायी परिवार आईडी (Temporary Family ID)
- उन परिवारों को दी जाएगी जो दूसरे राज्यों से आकर उत्तराखंड में अस्थायी रूप से रह रहे हैं
- ये परिवार भी पात्र योजनाओं का लाभ ले सकेंगे, लेकिन प्राथमिकता स्थायी निवासियों की होगी
- इससे राज्य को जनसंख्या का सटीक रिकॉर्ड मिलेगा
वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी बताया कि यह व्यवस्था राज्य में सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय संतुलन को बनाए रखने में मदद करेगी, क्योंकि बाहरी जनसंख्या में वृद्धि को लेकर राज्य में लगातार चिंताएँ उठती रही हैं।
भलाई और शासन व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन
Devbhoomi Parivar Yojana उत्तराखंड के सरकारी तंत्र में कई बड़े बदलाव लाएगी।
1. पारदर्शिता में बढ़ोतरी और भ्रष्टाचार में कमी
Devbhoomi Parivar Yojana का लक्ष्य है:
- बिचौलियों की भूमिका खत्म करना
- लाभ सीधे योग्य लाभार्थियों तक पहुँचना
- धोखाधड़ी और फर्जी लाभार्थियों की पहचान करना
सिस्टम में दर्ज डेटा के आधार पर केवल वही लोग लाभ प्राप्त करेंगे जो वास्तव में पात्र हैं।
2. सक्रिय और लक्ष्य आधारित कल्याण प्रणाली
अब सरकार जरूरत पड़ने पर नए सर्वे करवाने पर निर्भर नहीं रहेगी।
फैमिली डेटा से ही यह जानकारी मिल जाएगी कि:
- किस क्षेत्र में बेरोजगारी कितनी है
- किन इलाकों में गरीबी या शिक्षा की कमी है
- कौन से परिवार कई योजनाओं से वंचित हैं
इससे नई योजनाएँ सटीक लक्ष्य समूह के लिए बनाई जा सकेंगी।
3. एक केंद्रीकृत डाटा मैनेजमेंट सिस्टम
योजना का संचालन Planning Department करेगा।
यह विभाग:
- परिवार डेटाबेस
- सरकारी योजनाओं का डाटा
- योजना लाभ वितरण
- भविष्य की योजनाओं की योजना बनाना
इन सभी कार्यों को एक ही मंच पर संचालित करेगा।
इससे राज्य की प्रशासनिक क्षमता बहुत बढ़ेगी।
Devbhoomi Parivar Yojana का रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
उत्तराखंड सरकार ने Devbhoomi Parivar Yojana के लिए एक समर्पित पोर्टल विकसित किया है। जल्द ही इस योजना की सभी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध होंगी।
1. आधिकारिक पोर्टल
रजिस्ट्रेशन संभवतः निम्न पोर्टलों पर किया जा सकेगा:
सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद अंतिम पोर्टल की पुष्टि होगी।
2. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकों को निम्न चरण पूरे करने होंगे:
चरण 1: आधिकारिक पोर्टल पर जाएं
देवभूमि परिवार योजना का पेज खोलें।
चरण 2: परिवार का विवरण भरें
निम्न जानकारी भरनी होगी:
- परिवार प्रमुख का नाम
- परिवार के सभी सदस्यों का विवरण
- आयु, आधार नंबर, मोबाइल नंबर
- स्थायी पता और वर्तमान पता
- आर्थिक और सामाजिक जानकारी
चरण 3: दस्तावेज़ अपलोड करें
संभावित दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण
- बिजली/पानी बिल
- परिवार के सदस्यों के पहचान प्रमाण
चरण 4: सत्यापन प्रक्रिया
ऑनलाइन या ऑफलाइन (जैसे ग्राम पंचायत/नगर निकाय) द्वारा दस्तावेज़ों का सत्यापन होगा।
चरण 5: यूनिक फैमिली आईडी जारी
सफल सत्यापन के बाद:
- स्थायी निवासी को Permanent Family ID
- अस्थायी निवासी को Temporary Family ID
जारी की जाएगी।
Devbhoomi Parivar Yojana से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलू

Devbhoomi Parivar Yojana केवल एक आईडी सिस्टम नहीं है। यह कई व्यापक क्षेत्रों में उपयोगी है:
- सरकारी नौकरियों के आवेदनों में
- स्कूल/कॉलेज प्रवेश में
- सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में
- बीमा और स्वास्थ्य योजनाओं में
- महिला एवं बाल विकास योजनाओं में
- आवास, पेंशन, बेरोजगारी भत्ता आदि में
यह एक बहुउद्देशीय डिजिटल पहचान है।
निष्कर्ष
Devbhoomi Parivar Yojana 2025 उत्तराखंड सरकार द्वारा उठाया गया एक दूरदर्शी कदम है।
यह योजना:
- डिजिटल प्रशासन को मजबूत करेगी
- पारदर्शी और लक्ष्य आधारित शासन लागू करेगी
- राज्य के मूल निवासियों के हितों की रक्षा करेगी
- फर्जी लाभार्थियों पर रोक लगाएगी
- नागरिकों के लिए सरकारी सेवाओं को सरल बनाएगी
भविष्य में यह योजना उत्तराखंड को डिजिटल भारत के सबसे अग्रणी राज्यों में शामिल कर सकती है।
यह भी पढ़ें: Ladki Bahin Yojana eKYC Online Process
FAQ
Q1. देवभूमि परिवार योजना 2025 क्या है?
देवभूमि परिवार योजना उत्तराखंड सरकार की डिजिटल पहचान पहल है, जिसमें हर परिवार को एक यूनिक फैमिली आईडी दी जाएगी ताकि उन्हें सभी सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से और पारदर्शी तरीके से मिल सके।
Q2. इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य है—सभी परिवारों का सटीक डेटा तैयार करना, पात्रता की जांच ऑटोमैटिक बनाना, पारदर्शी शासन लागू करना और राज्य के जनसांख्यिकीय संतुलन की सुरक्षा करना।
Q3. स्थायी और अस्थायी फैमिली आईडी में क्या अंतर है?
स्थायी फैमिली आईडी मूल रूप से उत्तराखंड के स्थायी निवासियों को दी जाएगी।
अस्थायी फैमिली आईडी अन्य राज्यों से आए लोगों को दी जाएगी जो अस्थायी रूप से उत्तराखंड में रह रहे हैं।
Q4. फैमिली आईडी के लिए कौन पात्र है?
उत्तराखंड में रहने वाला कोई भी परिवार, चाहे स्थायी निवासी हो या अस्थायी, इस योजना के तहत पंजीकरण कर सकता है।
Q5. देवभूमि परिवार योजना के क्या लाभ हैं?
सरकारी योजनाओं की आसान पात्रता जांच
डिजिटल पासबुक
बार-बार दस्तावेज जमा करने की जरूरत खत्म
पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन
लाभ सीधे परिवारों तक पहुँचना
Q6. इस योजना का रजिस्ट्रेशन कहाँ होगा?
रजिस्ट्रेशन आधिकारिक पोर्टल पर होगा, जैसे:
eservices.uk.gov.in
devbhoomi.uk.gov.in
(अंतिम पोर्टल सरकार द्वारा अधिसूचित किया जाएगा)
Q7. रजिस्ट्रेशन के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?
आधार कार्ड
निवास प्रमाण
राशन कार्ड
मोबाइल नंबर
परिवार के सदस्यों का विवरण
बिजली/पानी बिल (पते की पुष्टि के लिए)

