Jharkhand Millet Mission Yojana 2025 पोषण, लाभ और ऑनलाइन आवेदन की पूरी जानकारी
Jharkhand Millet Mission Yojana 2025

Jharkhand Millet Mission Yojana 2025: पोषण, लाभ और ऑनलाइन आवेदन की पूरी जानकारी

झारखंड सरकार ने वर्ष 2025 में राज्य के किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु “Jharkhand Millet Mission Yojana” की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रागी, बाजरा, कोदो, जंगोरा जैसी पारंपरिक और पोषणयुक्त फसलों को बढ़ावा देना है, ताकि किसान आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें और देश की पोषण सुरक्षा में योगदान दे सकें।

राज्य सरकार द्वारा यह योजना लघु एवं सीमांत किसानों के लिए तैयार की गई है, ताकि वे अपनी भूमि का उपयोग करते हुए मोटे अनाज की खेती करें और 1 एकड़ से 5 एकड़ तक की भूमि पर खेती करने वाले किसानों को ₹3000 से ₹15000 तक की आर्थिक सहायता मिल सके। इससे न केवल किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि झारखंड जैसे आदिवासी बहुल राज्य में स्वास्थ्य और पोषण को भी मजबूती मिलेगी।

🎯 Jharkhand Millet Mission Yojana का उद्देश्य

Jharkhand Millet Mission Yojana के पीछे राज्य सरकार का प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है:

  • राज्य के छोटे एवं सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान कर मोटे अनाज की खेती के लिए प्रोत्साहित करना।
  • परंपरागत फसलों जैसे रागी, बाजरा, कोदो, लाछमी, जंगोरा आदि की खेती को फिर से लोकप्रिय बनाना।
  • सूखा प्रभावित क्षेत्रों में कम पानी में उगाई जाने वाली फसलों को बढ़ावा देना।
  • किसानों की आय को बढ़ाना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
  • किसानों को प्राकृतिक और टिकाऊ खेती की ओर प्रेरित करना।

📊 मुख्य तथ्य – Jharkhand Millet Mission Yojana 2025

विषयजानकारी
योजना का नामझारखंड मिलेट मिशन योजना 2025
प्रारंभकर्ताझारखंड सरकार
संचालन विभागकृषि विभाग, झारखंड
लाभार्थीराज्य के लघु एवं सीमांत किसान
सहायता राशि₹3000 से ₹15000 (भूमि के अनुसार)
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन (प्रज्ञा केंद्रों के माध्यम से)
लागू क्षेत्रझारखंड के 24 जिले
अंतिम तिथि30 अगस्त 2024
आधिकारिक वेबसाइटजल्द उपलब्ध

पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)

  • आवेदक झारखंड राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • वह लघु या सीमांत किसान होना चाहिए।
  • किसान के पास 1 एकड़ से 5 एकड़ तक कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
  • किसान की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  • जिनके परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी कर्मचारी या आयकरदाता हो, वे योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।
  • 5 एकड़ से अधिक भूमि वाले किसान योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।
  • रैयत व बटाईदार दोनों प्रकार के किसान योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
  • लाभ पाने के लिए मोटे अनाज की खेती (रागी, लाछमी, बाजरा, गोदो, कलमी आदि) करनी होगी।
  • किसान का बैंक खाता, आधार नंबर और मोबाइल नंबर आपस में लिंक होना आवश्यक है।

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🎁 Jharkhand Millet Mission Yojana के लाभ (Benefits)

  • किसानों को ₹3000 से ₹15000 तक की आर्थिक सहायता।
  • सीधे DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से राशि खाते में ट्रांसफर।
  • कम लागत और अधिक लाभ वाली मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा।
  • पोषण सुरक्षा और सस्टेनेबल फार्मिंग को बढ़ावा मिलेगा।
  • किसानों की आय में वृद्धि और आत्मनिर्भरता का विकास।
  • जलवायु-उपयुक्त खेती को समर्थन मिलेगा।
  • बीज बैंक और उत्कृष्ट मिलेट उत्पादन करने वाले किसानों को नकद पुरस्कार।
  • प्राकृतिक खेती और जैविक उत्पादन को बढ़ावा।

📄 Jharkhand Millet Mission Yojana के लिए जरूरी दस्तावेज़

  1. आधार कार्ड
  2. पहचान पत्र (मतदाता ID/ड्राइविंग लाइसेंस आदि)
  3. निवास प्रमाण पत्र
  4. किसान पंजीकरण प्रमाण पत्र
  5. जन आधार कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
  6. कृषि भूमि के कागजात (खाता, खतियान आदि)
  7. बैंक पासबुक
  8. पैन कार्ड (यदि हो)
  9. पासपोर्ट साइज़ फोटो

💰 आर्थिक सहायता का विवरण

Jharkhand Millet Mission Yojana के अंतर्गत किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से निम्नलिखित राशि प्रदान की जाएगी:

कृषि भूमिसहायता राशि
1 एकड़₹3000
2 एकड़₹6000
3 एकड़₹9000
4 एकड़₹12000
5 एकड़₹15000

यह राशि किसानों के बैंक खाते में सीधा ट्रांसफर की जाएगी ताकि उन्हें खेत की तैयारी, बीज, खाद और अन्य खेती संबंधी कार्यों में कोई बाधा न हो।

🖥️ ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया – Jharkhand Millet Mission Yojana 2025

यदि आप झारखंड राज्य के किसान हैं और इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए सरल स्टेप्स को फॉलो करें:

  • होम पेज पर “लाभार्थी पंजीकरण” का विकल्प चुनें।
  • अपना आधार नंबर दर्ज करें और “खोजें” पर क्लिक करें।
  • आपकी व्यक्तिगत जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी, जिसे जांचें और “Proceed” पर क्लिक करें।
  • अब आवेदन फॉर्म खुलेगा।
  • फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी जैसे – नाम, पता, भूमि विवरण, बैंक विवरण, फसल विवरण आदि सावधानी से भरें।
  • सभी दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करें
  • अंत में “Submit” पर क्लिक करें।
  • आवेदन की रसीद (Acknowledgement Slip) को सुरक्षित रखें।

आप यह आवेदन अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र (CSC) पर जाकर भी करा सकते हैं।

विवरणलिंक
आधिकारिक पोर्टलजल्द उपलब्ध
लाभार्थी पंजीकरणजल्द उपलब्ध
दस्तावेज़ अपलोड पेजजल्द उपलब्ध
स्टेटस चेक लिंकजल्द उपलब्ध

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

झारखंड मिलेट मिशन योजना को किसने शुरू किया है?

👉 यह योजना झारखंड सरकार के कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

👉 मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देना और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना।

योजना के तहत कितनी आर्थिक सहायता मिलती है?

👉 ₹3000 से ₹15000 तक, भूमि के क्षेत्रफल के अनुसार।

किन फसलों पर प्रोत्साहन राशि मिलेगी?

👉 रागी, लाछमी, बाजरा, कोदो, जंगोरा आदि।

कौन-कौन इस योजना के लिए पात्र हैं?

👉 1 एकड़ से 5 एकड़ तक भूमि वाले झारखंड के लघु व सीमांत किसान, जो सरकारी नौकरी में नहीं हैं और जिनका परिवार आयकरदाता नहीं है।

📢 निष्कर्ष (Conclusion)

झारखंड मिलेट मिशन योजना 2025 राज्य सरकार का एक दूरदर्शी कदम है जो किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ पर्यावरणीय, पोषण और कृषि संतुलन को बनाए रखने में सहायक सिद्ध होगा। यह योजना न केवल किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि मोटे अनाज जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी।

इसलिए, यदि आप झारखंड राज्य के किसान हैं और मोटे अनाज की खेती करने की योजना बना रहे हैं, तो 30 अगस्त 2024 से पहले आवेदन करना न भूलें।

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