भारत सरकार जल्द ही एक नई और महत्वाकांक्षी योजना Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana शुरू करने जा रही है। यह एक पांच वर्षीय (Five-Year) स्किल फाइनेंसिंग योजना होगी, जिसका उद्देश्य देश के युवाओं, विशेषकर महिलाओं, ग्रामीण युवाओं और दिव्यांग व्यक्तियों को नई और उच्च-तकनीकी (High-Tech) क्षेत्रों में प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
यह Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana वित्त वर्ष 2026–27 के केंद्रीय बजट (Union Budget) में घोषित की जाएगी और अगले पांच वर्षों तक लागू रहेगी। इसका मुख्य लक्ष्य देश में आत्मनिर्भर, कुशल और भविष्य की उद्योग आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यबल (Workforce) तैयार करना है।
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🎯 Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana का उद्देश्य
Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana का उद्देश्य केवल कौशल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य युवाओं को वित्तीय सहायता के माध्यम से स्वावलंबी बनाना है। इस योजना के तहत ऐसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो भविष्य में भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं –
- युवाओं को नई और उभरती तकनीकों (Emerging Technologies) में प्रशिक्षित करना।
- महिलाओं, ग्रामीण युवाओं और दिव्यांगों को प्राथमिकता देना ताकि समावेशी विकास (Inclusive Growth) सुनिश्चित हो सके।
- रिन्यूएबल एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs), सेमीकंडक्टर और डिफेंस जैसे उच्च-तकनीकी क्षेत्रों में रोजगार सृजन को बढ़ावा देना।
- कौशल विकास को वित्त पोषण (Skill Financing) से जोड़ना, ताकि कोई भी प्रतिभाशाली युवा आर्थिक तंगी के कारण पीछे न रह जाए।
- CSR और परोपकारी संस्थाओं (Philanthropic Sources) की मदद से ब्लेंडेड फाइनेंस मॉडल को प्रोत्साहित करना।
⚙️ Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana की प्रमुख विशेषताएँ (Key Features of PMKMY)
सरकारी वित्त पोषण (Government Funding):
सरकार इस योजना के तहत प्रशिक्षण की पूरी या आंशिक लागत वहन करेगी। इससे गरीब और पिछड़े वर्ग के युवाओं को महंगे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रवेश का अवसर मिलेगा।
नए क्षेत्रों पर फोकस (Focus on New Sectors):
यह योजना भारत के सनराइज सेक्टर्स जैसे रिन्यूएबल एनर्जी, सेमीकंडक्टर निर्माण, इलेक्ट्रिक वाहन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिफेंस टेक्नोलॉजी में विशेष रूप से प्रशिक्षण पर केंद्रित होगी।
प्राथमिकता लाभार्थी (Priority Beneficiaries):
- ग्रामीण क्षेत्रों के युवा
- महिलाएं जो आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं
- दिव्यांग व्यक्ति जिन्हें विशेष प्रशिक्षण सुविधाओं की आवश्यकता होती है
ब्याज सब्सिडी (Interest Subvention):
आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्रशिक्षण ऋण (Skill Loan) पर ब्याज में रियायत दी जाएगी ताकि वित्तीय बोझ कम हो सके।
ब्लेंडेड फाइनेंस मॉडल (Blended Finance Model):
इस योजना के तहत निजी क्षेत्र, CSR फंड्स, स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स और परोपकारी संगठनों को भी शामिल किया जाएगा ताकि प्रशिक्षण एवं ऋण वित्त पोषण का दायरा बढ़े।
क्रेडिट गारंटी और डेटा सुधार (Credit Guarantee & Data Improvement):
सरकार बेहतर क्रेडिट गारंटी तंत्र और डेटा-आधारित अंडरराइटिंग प्रक्रिया विकसित करेगी ताकि ऋण वितरण पारदर्शी और सुरक्षित हो।
प्रमाणित प्रशिक्षण संस्थान (Accredited Training Institutions):
प्रधानमंत्री कौशल मुद्रा योजना के तहत केवल प्रमाणित सरकारी एवं निजी प्रशिक्षण संस्थानों को ही प्रशिक्षण देने की अनुमति होगी।
डिजिटल पोर्टल (Digital Portal):
योजना के लिए एक एकीकृत ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाएगा, जहाँ आवेदन, ऋण स्वीकृति, प्रशिक्षण ट्रैकिंग और रोजगार की स्थिति मॉनिटर की जाएगी।
📆 कार्यान्वयन और समयरेखा (Implementation and Timeline)
- घोषणा की तिथि: केंद्रीय बजट 2026–27 में आधिकारिक घोषणा।
- अवधि: 5 वर्ष (2026–2031)।
- नोडल मंत्रालय: कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (Ministry of Skill Development and Entrepreneurship – MSDE)।
- संभावित साझेदार: NSDC, SIDBI, NABARD, और प्रमुख निजी प्रशिक्षण संस्थान।
- फंडिंग स्रोत: केंद्र सरकार, CSR फंड, परोपकारी संस्थान, और वित्तीय संस्थान।
यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी —
- पहला वर्ष: पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित राज्यों में प्रारंभ।
- दूसरा वर्ष: सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विस्तार।
- तीसरे से पाँचवें वर्ष तक: प्रशिक्षण, ऋण वितरण, और रोजगार मॉनिटरिंग पर जोर।
👩🎓 लाभार्थी कौन हैं? (Beneficiaries of PMKMY)
Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana का लाभ मुख्यतः निम्नलिखित समूहों को मिलेगा:
- महिलाएं:
जो स्वयं का व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं या नई तकनीक में दक्षता प्राप्त करना चाहती हैं। यह योजना उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ मुद्रा ऋण की सुविधा भी देगी। - ग्रामीण युवा:
जिनके पास रोजगार के सीमित अवसर हैं, उन्हें EVs, सोलर एनर्जी, रोबोटिक्स और अन्य उभरते क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। - दिव्यांग व्यक्ति:
जिनके लिए विशेष रूप से अनुकूल प्रशिक्षण वातावरण तैयार किया जाएगा ताकि वे भी तकनीकी क्षेत्रों में समान रूप से भाग ले सकें। - गरीब एवं पिछड़े वर्ग के युवा:
जो पारंपरिक शिक्षा के बजाय कौशल-आधारित रोजगार की ओर बढ़ना चाहते हैं।
💰 वित्तीय सहायता (Financial Assistance under PMKMY)
- ट्रेनिंग लोन सीमा: ₹50,000 से ₹5 लाख तक।
- ब्याज दर: सब्सिडी के बाद केवल 3%–5% वार्षिक ब्याज।
- भुगतान अवधि: प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद 6 माह की मोहलत के साथ 3–7 वर्ष तक का पुनर्भुगतान समय।
- गारंटी: सरकार द्वारा क्रेडिट गारंटी सुविधा (Credit Guarantee Fund for Skill Loans – CGFSL) उपलब्ध कराई जाएगी।
🏫 प्रशिक्षण क्षेत्र (Training Sectors under PMKMY)
इस Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana के अंतर्गत निम्नलिखित उच्च तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा:
- Renewable Energy (सौर और पवन ऊर्जा)
- Electric Vehicles (इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण एवं रखरखाव)
- Semiconductor Manufacturing (सेमीकंडक्टर उत्पादन और डिजाइन)
- Defence Manufacturing (रक्षा उपकरण निर्माण)
- AI & Robotics (कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स)
- Drone Technology (ड्रोन संचालन और मरम्मत)
- Green Hydrogen & Sustainability
📝 आवेदन प्रक्रिया (Application Process)

- ऑनलाइन पंजीकरण:
लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करना होगा। - आवेदन फॉर्म भरना:
- व्यक्तिगत विवरण
- प्रशिक्षण क्षेत्र का चयन
- ऋण राशि का अनुरोध
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड (आधार, आय प्रमाणपत्र, शिक्षा प्रमाणपत्र, आदि)
- सत्यापन प्रक्रिया:
स्थानीय जिला कौशल समिति या बैंक द्वारा दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। - ऋण स्वीकृति एवं प्रशिक्षण आवंटन:
पात्र उम्मीदवार को संबंधित प्रशिक्षण संस्थान में सीट आवंटित की जाएगी और ऋण सीधे संस्था को स्थानांतरित किया जाएगा। - प्रशिक्षण पूर्ण होने पर:
प्रमाणपत्र और रोजगार सहायता (Placement Support) उपलब्ध कराई जाएगी।
📑 आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
🧩 Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana का महत्व (Significance of PMKMY)
Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana भारत को “कौशल संपन्न राष्ट्र (Skilled Nation)” बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि देश में तकनीकी नवाचार और उद्योग वृद्धि को भी बल मिलेगा।
यह Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana भारत की निम्नलिखित समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करती है:
- युवाओं में बेरोजगारी
- कौशल और उद्योग की मांग के बीच अंतर
- तकनीकी प्रशिक्षण की महंगाई
- ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी
🌱 सरकार की उम्मीदें (Government’s Vision)
सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के माध्यम से अगले 5 वर्षों में:
- 50 लाख से अधिक युवाओं को उन्नत तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाए।
- 20 लाख से अधिक युवाओं को स्किल लोन प्रदान किया जाए।
- 70% से अधिक प्रशिक्षित उम्मीदवारों को प्रत्यक्ष रोजगार मिले।
- भारत Green Jobs और EV Workforce में अग्रणी देशों में शामिल हो।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana क्या है?
👉 यह भारत सरकार की आगामी योजना है जिसके तहत युवाओं को उच्च तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता (स्किल लोन) प्रदान की जाएगी।
Q2. इस योजना का लाभ किन्हें मिलेगा?
👉 महिलाएं, ग्रामीण युवा, और दिव्यांग व्यक्ति – जो नए तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण लेना चाहते हैं।
Q3. योजना कब शुरू होगी?
👉 यह योजना 2026–27 के केंद्रीय बजट में घोषित की जाएगी और पाँच वर्षों तक चलेगी।
Q4. प्रशिक्षण किन क्षेत्रों में दिया जाएगा?
👉 रिन्यूएबल एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सेमीकंडक्टर, AI, ड्रोन, डिफेंस आदि।
Q5. ऋण की राशि और ब्याज दर क्या होगी?
👉 ₹50,000 से ₹5 लाख तक का स्किल लोन 3%–5% ब्याज दर पर मिलेगा।
Q6. आवेदन कैसे करें?
👉 योजना के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। सत्यापन के बाद प्रशिक्षण संस्थान में नामांकन मिलेगा।
Q7. क्या यह योजना सभी राज्यों में लागू होगी?
👉 हाँ, यह योजना देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगी।
🌏 निष्कर्ष (Conclusion)
Pradhan Mantri Kaushal Mudra Yojana भारत के युवाओं के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलेगी। यह योजना न केवल कौशल विकास को बढ़ावा देगी बल्कि रोजगार, आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण के मार्ग को भी प्रशस्त करेगी।
महिलाएं, ग्रामीण युवा और दिव्यांग व्यक्ति — तीनों समूह इस योजना के माध्यम से देश के तकनीकी भविष्य में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
यह पहल वास्तव में भारत को “कौशल से आत्मनिर्भरता” की दिशा में आगे ले जाएगी।
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