भारत जैसे विविधताओं वाले देश में विवाह एक सामाजिक और धार्मिक संस्कार के रूप में देखा जाता है। परंतु समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए विवाह जैसे आयोजन एक बड़ी चुनौती बन जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana’ की शुरुआत की। यह योजना न केवल आर्थिक सहारा देती है, बल्कि समाज में एकता, समानता और सद्भाव का संदेश भी देती है।
Table of Contents
Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana की शुरुआत और उद्देश्य
‘Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana‘ की शुरुआत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2017 में की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के गरीब, वंचित, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को विवाह के अवसर पर वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
प्रमुख उद्देश्य:
- विवाह की आर्थिक बोझ से राहत प्रदान करना।
- सामाजिक समरसता और सामूहिकता को बढ़ावा देना।
- दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाप्त करना।
- निर्धन वर्ग की बेटियों को सम्मानजनक विवाह का अवसर देना।
पात्रता मानदंड
Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं:
- वर-वधू दोनों उत्तर प्रदेश के निवासी हों।
- परिवार गरीबी रेखा के नीचे (BPL) आता हो या वार्षिक आय नियत सीमा से कम हो।
- वधू की आयु कम से कम 18 वर्ष और वर की आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
- पहली बार विवाह करने वाले युगल को प्राथमिकता दी जाती है।
- सामूहिक विवाह कार्यक्रम के अंतर्गत पंजीकरण अनिवार्य है।
लाभ व सहायता राशि
सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विवाह के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
- प्रत्येक जोड़े को ₹51,000 की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
- इसमें से ₹35,000 सीधे वधू के बैंक खाते में जमा होते हैं।
- ₹10,000 विवाह आयोजन के खर्च के लिए होते हैं।
- ₹6,000 उपहार सामग्री (जैसे कपड़े, बर्तन, गद्दे आदि) के रूप में दिए जाते हैं।
आवेदन की प्रक्रिया
Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana के अंतर्गत आवेदन ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- “मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना” सेक्शन में जाएं।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट करने के बाद पावती प्राप्त करें।
दस्तावेजों की सूची:
- आधार कार्ड (वर-वधू दोनों का)
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र या उम्र का प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की प्रति
Read more: Uttar Pradesh Atal Awasiya Vidyalaya Yojana: वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर एक सशक्त पहल
Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana की प्रमुख विशेषताएं
- सामूहिक विवाह आयोजनों में प्रशासन द्वारा भोजन, मंडप, पंडित, सजावट आदि की व्यवस्था की जाती है।
- सभी जाति और धर्मों के लोगों को शामिल किया जाता है।
- विवाह आयोजनों में मंत्री या वरिष्ठ अधिकारी शामिल होकर वैवाहिक जोड़ों को आशीर्वाद देते हैं।
- पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक आयोजन का निरीक्षण होता है।
Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana का प्रभाव
यह Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana अब तक हजारों गरीब परिवारों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। इससे न केवल आर्थिक सहयोग मिला बल्कि सामाजिक कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, फिजूलखर्ची और भव्य विवाहों की होड़ में भी कमी आई है।
कुछ प्रमुख आँकड़े:
- 2022-23 में लगभग 1,20,000 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया।
- 2024-25 के बजट में ₹250 करोड़ से अधिक का आवंटन किया गया।

प्रेरणादायक कथा: रेखा और रामू की शादी
रेखा एक अनुसूचित जाति की गरीब लड़की थी, जो लखनऊ के पास एक गाँव में रहती थी। उसके पिता एक मजदूर थे और विवाह की चिंता में हमेशा चिंतित रहते थे। जब उन्हें सामूहिक विवाह योजना के बारे में पता चला, तो उन्होंने आवेदन किया। योजना के अंतर्गत न केवल रेखा और रामू की शादी भव्य रूप से हुई, बल्कि रेखा को गहने, कपड़े और उपहार भी मिले। आज रेखा गर्व से कहती है कि सरकार ने उसे सम्मानपूर्वक विदा किया।
चुनौतियाँ और समाधान
हालाँकि यह योजना अत्यंत प्रभावशाली है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ सामने आती हैं:
- जानकारी का अभाव: ग्रामीण इलाकों में योजना की जानकारी अभी भी सीमित है।
- समाधान: पंचायत स्तर पर प्रचार-प्रसार ज़रूरी।
- फर्जी विवाह मामलों की आशंका:
- समाधान: सख्त जाँच व्यवस्था और आधार से लिंकिंग।
- तकनीकी समस्याएँ: ऑनलाइन आवेदन में कठिनाई।
- समाधान: CSC केंद्रों पर सहायता केंद्र स्थापित करना।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana एक अत्यंत ही सराहनीय पहल है, जो केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सम्मान को भी बढ़ावा देती है। यदि इसे और अधिक प्रचारित किया जाए और इसकी चुनौतियों को दूर किया जाए, तो यह योजना नारी सशक्तिकरण और सामाजिक समानता की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्र.1: क्या यह Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana केवल हिंदू जोड़ों के लिए है?
नहीं, यह योजना सभी धर्मों और जातियों के जोड़ों के लिए खुली है।
प्र.2: क्या विधवा पुनर्विवाह भी इस Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana के अंतर्गत शामिल है?
हां, विधवा पुनर्विवाह को भी इस योजना के अंतर्गत लाभ मिल सकता है।
प्र.3: क्या यह Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana हर वर्ष लागू होती है?
जी हां, यह एक सतत योजना है जो प्रत्येक वर्ष सरकार द्वारा संचालित की जाती है।
प्र.4: पंजीकरण के बाद कब तक विवाह संपन्न होता है?
आवेदन के पश्चात प्रशासन द्वारा नियत तिथि पर सामूहिक विवाह आयोजन किया जाता है।
प्र.5: Uttar Pradesh Chief Minister’s Mass Marriage Yojana की राशि कैसे प्राप्त होती है?
वधू के बैंक खाते में सीधा DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से राशि स्थानांतरित की जाती है।