शिक्षा के क्षेत्र में समानता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण योजना है — Uttarakhand Free Ganvesh Yojana। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को निशुल्क स्कूल यूनिफॉर्म प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिससे न केवल उनकी पढ़ाई में सहूलियत हो, बल्कि वे आत्मसम्मान के साथ विद्यालय में भागीदारी कर सकें।
Table of Contents
Uttarakhand Free Ganvesh Yojana का उद्देश्य
इस Uttarakhand Free Ganvesh Yojana का प्रमुख उद्देश्य राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को समान अवसर प्रदान करना है। गरीब और वंचित तबके के बच्चों को उचित पोशाक प्रदान कर उनकी शिक्षा में बाधा को दूर करना तथा शिक्षा को प्रोत्साहित करना इसका मूल लक्ष्य है।
Uttarakhand Free Ganvesh Yojana की शुरुआत और प्रासंगिकता
Uttarakhand Free Ganvesh Yojana की शुरुआत राज्य में स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करने और स्कूली बच्चों को आर्थिक राहत देने के मकसद से की। खासकर ऐसे समय में जब महंगाई लगातार बढ़ रही है, एक यूनिफॉर्म का खर्च भी गरीब परिवारों पर भारी पड़ सकता है।
Uttarakhand Free Ganvesh Yojana की मुख्य विशेषताएं
- लाभार्थी वर्ग:
- कक्षा 1 से 8 तक के सभी सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं।
- उपलब्ध सुविधाएं:
- प्रति छात्र दो सेट स्कूल यूनिफॉर्म (कमीज, पैंट/स्कर्ट, स्वेटर आदि)।
- यूनिफॉर्म की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाता है, जिससे बच्चे पूरे वर्ष उसे पहन सकें।
- वितरण प्रणाली:
- प्रत्येक वर्ष विद्यालय स्तर पर ग्राम शिक्षा समिति या स्कूल मैनेजमेंट कमिटी की निगरानी में यूनिफॉर्म का वितरण किया जाता है।
- पारदर्शिता:
- यूनिफॉर्म की खरीद में ऑनलाइन टेंडर और डिजिटल निगरानी प्रक्रिया लागू की गई है जिससे भ्रष्टाचार को रोका जा सके।
सामाजिक प्रभाव
- आर्थिक बोझ में कमी: गरीब परिवारों को यूनिफॉर्म की खरीद से राहत मिलती है।
- ड्रॉपआउट रेट में कमी: बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति से बचते हैं।
- समानता की भावना: सभी बच्चे एक जैसे कपड़ों में आते हैं, जिससे समाज में समानता और एकता की भावना उत्पन्न होती है।
- स्वच्छता और अनुशासन: यूनिफॉर्म पहनने से बच्चों में अनुशासन की भावना विकसित होती है।
आंकड़े और बजट
सरकार द्वारा प्रत्येक छात्र के लिए लगभग 600 से 800 रुपये की राशि निर्धारित की जाती है। 2024-25 के बजट में इस Uttarakhand Free Ganvesh Yojana के लिए लगभग 75 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं जिससे करीब 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
सफलता की कहानियां
कहानी 1: पूजा की प्रेरणा उत्तरकाशी की पूजा एक गरीब किसान की बेटी है। पहले वह बिना यूनिफॉर्म के स्कूल जाती थी और सहमी रहती थी। लेकिन जब उसे गणवेश मिला तो उसका आत्मविश्वास बढ़ा और आज वह स्कूल की मॉनिटर है।
कहानी 2: दीपक का संकल्प चंपावत के दीपक ने यूनिफॉर्म मिलने के बाद स्कूल जाना शुरू किया। आज वह राज्य स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में पुरस्कार जीत चुका है।
Read more: Uttarakhand Dwarf Pension Yojana: दिव्यांगजनों के सम्मान और सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम

Uttarakhand Free Ganvesh Yojana से जुड़े अन्य लाभ
- विद्यालयों में छात्र उपस्थिति बढ़ी है।
- स्कूलों में बालक-बालिकाओं की संख्या में संतुलन बना है।
- बाल श्रम में कमी आई है।
चुनौतियाँ और सुझाव
1. समय पर वितरण न होना: कभी-कभी यूनिफॉर्म वितरण में देरी होती है। इसके समाधान के लिए समयबद्ध प्रक्रिया सुनिश्चित की जानी चाहिए।
2. गुणवत्ता में अंतर: कुछ क्षेत्रों में खराब गुणवत्ता की शिकायतें मिली हैं। निगरानी समितियों को और सक्रिय बनाना होगा।
3. शहरी बनाम ग्रामीण भेद: शहरी स्कूलों में वितरण प्रक्रिया अधिक प्रभावी रही है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ कठिनाइयाँ देखी गई हैं।
सरकार की अगली योजना
सरकार भविष्य में इस योजना के दायरे को बढ़ाकर कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को भी शामिल करने की योजना बना रही है। साथ ही यूनिफॉर्म के साथ जूते-मोजे और स्कूल बैग भी देने का विचार है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्र.1: इस योजना का लाभ किन बच्चों को मिलता है?
उत्तर: उत्तराखंड के सभी सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को इस योजना का लाभ मिलता है।
प्र.2: प्रति छात्र कितनी यूनिफॉर्म मिलती है?
उत्तर: प्रति छात्र दो यूनिफॉर्म सेट निशुल्क प्रदान किए जाते हैं।
प्र.3: क्या निजी विद्यालयों के छात्रों को भी लाभ मिलता है?
उत्तर: नहीं, यह योजना केवल सरकारी विद्यालयों के छात्रों के लिए है।
प्र.4: योजना का क्रियान्वयन कौन करता है?
उत्तर: स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) और शिक्षा विभाग द्वारा योजनाबद्ध वितरण किया जाता है।
प्र.5: अगर यूनिफॉर्म की गुणवत्ता खराब हो तो शिकायत कहाँ करें?
उत्तर: संबंधित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) या जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से संपर्क किया जा सकता है।
निष्कर्ष
Uttarakhand Free Ganvesh Yojana न केवल एक सामाजिक कल्याण की पहल है बल्कि यह राज्य की शिक्षा नीति में एक क्रांतिकारी कदम भी है। इससे बच्चों को समानता, स्वाभिमान और प्रेरणा मिलती है, जो उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाती है। यदि इसे और सुदृढ़ बनाया जाए, तो यह योजना राज्य के शिक्षा क्षेत्र को एक नई ऊँचाई तक ले जा सकती है।