भारत की आर्थिक संरचना में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में यह न केवल स्वरोजगार का साधन बनते हैं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास का आधार भी तैयार करते हैं। इसी दिशा में केरल सरकार ने “Kerala One Family One Enterprise Scheme” (One Family One Enterprise Scheme) की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य है—हर परिवार को एक उद्यमी इकाई से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना। यह योजना सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
Table of Contents
Kerala One Family One Enterprise Scheme का परिचय
योजना का नाम: Kerala One Family One Enterprise Scheme
प्रारंभ वर्ष: 2024
लक्ष्य: राज्य के प्रत्येक परिवार को कम से कम एक उद्यम से जोड़कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना
प्रमुख कार्यान्वयन संस्था: केरल स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (KSIDC)
उद्देश्य
- रोजगार सृजन: हर परिवार को उद्यम से जोड़कर न्यूनतम एक स्वरोजगार का सृजन करना।
- आत्मनिर्भरता: सरकार की सहायता से परिवारों को अपने व्यवसाय स्थापित करने हेतु सशक्त बनाना।
- उद्योग आधारित विकास: छोटे व मंझोले स्तर पर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देकर आर्थिक वृद्धि को बल देना।
- सामाजिक समावेशन: सभी समुदायों, विशेषकर वंचित वर्गों को उद्योग से जोड़ना।
Kerala One Family One Enterprise Scheme की विशेषताएँ
- वित्तीय सहायता: पात्र परिवारों को ₹2 लाख से ₹5 लाख तक की आर्थिक सहायता।
- प्रशिक्षण और मार्गदर्शन: व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं मेंटरशिप।
- ब्याज में रियायत: बैंक ऋणों पर सब्सिडी और ब्याज राहत।
- महिला उद्यमियों को प्राथमिकता: योजना के तहत महिलाओं को विशेष प्रोत्साहन और अतिरिक्त सहायता।
- स्थानीय उत्पादों का समर्थन: पारंपरिक हस्तशिल्प, कृषि आधारित उत्पादों, वनोपज आदि को प्राथमिकता।
पात्रता
- केरल का मूल निवासी होना चाहिए।
- परिवार में कोई अन्य व्यवसाय पहले से न हो।
- लाभार्थी की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- परिवार गरीबी रेखा के नीचे हो अथवा सीमांत वर्ग से संबंधित हो।
- परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल)
- राशन कार्ड या गरीबी रेखा प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- व्यवसाय योजना प्रस्ताव (बिजनेस प्लान)
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
आवेदन प्रक्रिया
- ऑनलाइन आवेदन:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://ksidc.org
- योजना अनुभाग में “One Family One Enterprise” लिंक पर क्लिक करें।
- आवश्यक विवरण भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म को जमा करें और पावती संख्या सुरक्षित रखें।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://ksidc.org
- ऑफ़लाइन आवेदन:
- नजदीकी जिला उद्योग केंद्र (DIC) से फॉर्म प्राप्त करें।
- सभी दस्तावेजों के साथ फॉर्म भरें।
- संबंधित कार्यालय में जमा करें।
- नजदीकी जिला उद्योग केंद्र (DIC) से फॉर्म प्राप्त करें।
प्रशिक्षण व सहायता
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थानों में लाभार्थियों को 15 से 30 दिनों का मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा जिसमें निम्नलिखित शामिल होंगे:
- व्यवसाय योजना निर्माण
- डिजिटल भुगतान व जीएसटी ज्ञान
- मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग
- सरकारी योजनाओं की जानकारी
Kerala One Family One Enterprise Scheme के अंतर्गत संभावित व्यवसाय
- गृह उद्योग (Home-Based Enterprises)
- हस्तशिल्प एवं हथकरघा
- खाद्य प्रसंस्करण इकाई
- डेयरी या पोल्ट्री फार्मिंग
- स्थानीय कृषि उत्पाद आधारित व्यवसाय
- मोबाइल रिपेयरिंग, ब्यूटी पार्लर, टेलरिंग आदि

अब तक की उपलब्धियाँ (2024-2025)
- अब तक 45,000 से अधिक परिवारों को योजना से जोड़कर लाभान्वित किया गया है।
- 30% से अधिक लाभार्थी महिलाएं हैं।
- 65% से अधिक यूनिट्स ने लाभप्रद संचालन की ओर कदम बढ़ाया है।
- योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्थायित्व आया है।
Read more: Kerala Sastraposhini Yojana: विज्ञान शिक्षा को सशक्त बनाने की पहल
Kerala One Family One Enterprise Scheme से लाभ
- रोजगार सृजन: आत्मनिर्भरता के नए द्वार खुले।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: घर से ही स्वरोजगार।
- स्थानीय संसाधनों का उपयोग: गांवों में स्थानीय रोजगार।
- सामाजिक गरिमा: उद्यम से आत्मसम्मान बढ़ा।
चुनौतियाँ
- लाभार्थियों को व्यवसाय प्रबंधन में शुरुआती कठिनाइयाँ।
- बाज़ार तक पहुँच की सीमाएँ।
- कुछ क्षेत्रों में प्रशिक्षण की सीमित उपलब्धता।
- ऋण पुनर्भुगतान में कठिनाई।
समाधान के प्रयास
- मोबाइल आधारित मेंटरशिप प्लेटफ़ॉर्म।
- क्षेत्रीय बाज़ारों के लिए कलेक्शन सेंटर।
- जिला स्तर पर हैंडहोल्डिंग सहायता समूह।
- ऋण पुनर्गठन एवं छूट योजनाएँ।
भविष्य की योजनाएँ
- 2026 तक 1 लाख परिवारों को योजना से जोड़ना।
- प्रत्येक पंचायत में कम से कम 50 उद्यम स्थापित करना।
- योजना को सहकारी मॉडल से जोड़ना।
- “स्टार्टअप केरल मिशन” के साथ एकीकरण।
सफलतापूर्वक चल रहे कुछ उदाहरण
1. अलप्पुझा की हनी प्रोडक्ट यूनिट:
प्रेमलता नामक गृहिणी ने मधुमक्खी पालन कर शुद्ध शहद उत्पादन शुरू किया। अब उनके उत्पाद ऑनलाइन भी बिकते हैं।
2. वायनाड की कॉफी प्रोसेसिंग यूनिट:
जनजातीय युवक रमेश ने कॉफी बीन्स से इंस्टेंट कॉफी बनाकर स्थानीय ब्रांड शुरू किया।
3. तिरुवनंतपुरम का ऑर्गेनिक टिफ़िन सर्विस:
एक युवा जोड़े ने हेल्दी टिफिन सेवा शुरू की, जो अब पूरे शहर में लोकप्रिय है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्र.1: क्या इस Kerala One Family One Enterprise Scheme में महिलाएं अकेले आवेदन कर सकती हैं?
हाँ, महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी जाती है। वे स्वतंत्र रूप से आवेदन कर सकती हैं।
प्र.2: क्या Kerala One Family One Enterprise Scheme के तहत कोई तकनीकी सहायता मिलती है?
हाँ, व्यवसाय शुरू करने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण व तकनीकी मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाता है।
प्र.3: क्या यह Kerala One Family One Enterprise Scheme केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है?
नहीं, यह योजना शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए लागू है।
प्र.4: क्या पहले से व्यवसाय कर रहे लोग इस योजना में शामिल हो सकते हैं?
नहीं, योजना का उद्देश्य नया उद्यम शुरू करना है।
प्र.5: आवेदन की स्थिति की जानकारी कैसे प्राप्त करें?
आप https://ksidc.org पर जाकर लॉगिन कर सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष
Kerala One Family One Enterprise Scheme राज्य के प्रत्येक परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की एक क्रांतिकारी पहल है। यह योजना केवल रोजगार सृजन का माध्यम नहीं बल्कि सामाजिक उत्थान का वाहक भी है। यदि अन्य राज्यों में भी इस योजना की तरह पहल की जाए तो ग्रामीण और शहरी भारत में समावेशी विकास की एक नई कहानी लिखी जा सकती है।