Punjab सरकार की Divyang Chhatravritti Yojana 2025 शिक्षा और स्वावलंबन की ओर एक कदम
Punjab सरकार की Divyang Chhatravritti Yojana 2025

Punjab सरकार की Divyang Chhatravritti Yojana 2025: शिक्षा और स्वावलंबन की ओर एक कदम

शिक्षा सभी के लिए एक मौलिक अधिकार है, लेकिन समाज में कुछ वर्गों को इसे प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। दिव्यांग (विकलांग) छात्र भी इन्हीं में से एक हैं, जिनके लिए सामान्य शिक्षा प्राप्त करना कई बार चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस चुनौती को दूर करने के लिए, पंजाब सरकार के सामाजिक सुरक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग ने Divyang Chhatravritti Yojana की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य दिव्यांग छात्रों को शिक्षा, अकादमिक, तकनीकी, या व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और समाज में एक उपयोगी नागरिक के रूप में स्थापित करना है।

यह योजना 1996 में शुरू की गई थी और इसे पूरी तरह राज्य सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जाता है। योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है ताकि वे अपनी शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।

Table of Contents

Divyang Chhatravritti Yojana के उद्देश्य

  1. दिव्यांग छात्रों को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना।
  2. अकादमिक, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा में प्रोत्साहन देना।
  3. दिव्यांग बच्चों को समाज के अन्य वर्गों के साथ समान अवसर उपलब्ध कराना।
  4. शिक्षा को सुलभ बनाकर दिव्यांग विद्यार्थियों की आर्थिक सहायता करना।
  5. रोजगार योग्य कौशल विकसित करना जिससे वे भविष्य में अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

Divyang Chhatravritti Yojana के लाभ

इस योजना के अंतर्गत पंजाब सरकार दिव्यांग विद्यार्थियों को निम्नलिखित वित्तीय सहायता प्रदान करती है:

कक्षाछात्रवृत्ति राशि (प्रति माह प्रति छात्र)
1 से 8 तक₹200/-
9वीं कक्षा से आगे₹300/-

महत्वपूर्ण सूचना: छात्रवृत्ति की राशि सीधे छात्र के बैंक खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित की जाएगी।

Divyang Chhatravritti Yojana की पात्रता

इस Divyang Chhatravritti Yojana का लाभ प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना आवश्यक है:

दिव्यांगता प्रमाण पत्र:

आवेदक के पास RPwD अधिनियम 2016 के तहत मान्यता प्राप्त 40% या उससे अधिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र/यूडीआईडी कार्ड होना चाहिए।

आय मानदंड:

आवेदक के माता-पिता या अभिभावक की मासिक आय ₹5,000/- से अधिक नहीं होनी चाहिए (वार्षिक ₹60,000/- से अधिक नहीं)।

शैक्षणिक योग्यता:

आवेदक ने अपनी पिछली वार्षिक परीक्षा में कम से कम 40% अंक प्राप्त किए हों

आयु सीमा:

कोई निर्धारित आयु सीमा नहीं, लेकिन छात्र को 1वीं कक्षा से किसी भी उच्चतर कक्षा में अध्ययनरत होना चाहिए।

    आवेदन प्रक्रिया

    आवेदन का तरीका (ऑफलाइन प्रक्रिया)

    इस Divyang Chhatravritti Yojana के लिए आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों को निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:

    1. स्कूल/कॉलेज/संस्थान से संपर्क करें:
      • आवेदक को अपने विद्यालय/कॉलेज/संस्थान के प्रधानाचार्य या प्रमुख से संपर्क करना होगा।
    2. आवेदन पत्र भरें:
      • आवश्यक दस्तावेजों के साथ छात्रवृत्ति आवेदन पत्र भरकर संबंधित संस्था को जमा करें।
    3. प्रमाणन एवं सत्यापन:
      • संस्था प्रमुख आवेदन पत्र की जांच कर इसे जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी (DSSO) के पास अग्रेषित करेंगे।
    4. स्वीकृति एवं भुगतान:
      • DSSO द्वारा आवेदन की जांच के बाद इसे मंजूरी दी जाएगी और स्वीकृत होने पर छात्रवृत्ति राशि सीधे छात्र के बैंक खाते में भेज दी जाएगी

    आवश्यक दस्तावेज

    आवेदन के समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

    1. दिव्यांगता प्रमाण पत्र (UDID/Medical Certificate) – 40% या उससे अधिक दिव्यांगता प्रमाणित होना चाहिए।
    2. आय प्रमाण पत्र – जिसमें माता-पिता की वार्षिक आय ₹60,000/- से अधिक न हो।
    3. बैंक खाता विवरण – जिसमें छात्र के नाम से बैंक खाता हो।

    Divyang Chhatravritti Yojana से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यालय

    किससे संपर्क करें?

    इस Divyang Chhatravritti Yojana से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए छात्र निम्नलिखित कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं:

    📍 जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी (DSSO) का कार्यालय
    📍 सामाजिक सुरक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब सरकार
    📍 स्कूल/कॉलेज प्रशासन कार्यालय

    Divyang Chhatravritti Yojana का प्रभाव

    Divyang Chhatravritti Yojana का प्रभाव
    Divyang Chhatravritti Yojana का प्रभाव

    इस योजना के तहत हजारों दिव्यांग छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला है। इससे न केवल उनकी आर्थिक कठिनाइयों को दूर किया गया, बल्कि उन्हें समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया।

    इस योजना के प्रमुख लाभ:

    ✅ दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया।
    ✅ उनकी आत्मनिर्भरता और रोजगार योग्य बनने की संभावना बढ़ी।
    ✅ दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई में निरंतरता बनी रही।
    ✅ उन्हें तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला।
    ✅ शिक्षा के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ी।

    निष्कर्ष

    दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना” पंजाब सरकार द्वारा दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए एक सराहनीय पहल है। यह योजना उन्हें शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करती है

    इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी दिव्यांग छात्र केवल आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे। इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र छात्र निकटतम DSSO कार्यालय या अपने स्कूल/कॉलेज के प्रधानाचार्य से संपर्क कर सकते हैं

    📢 यदि आप या आपके जानने वाले कोई भी दिव्यांग छात्र इस योजना के पात्र हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और शिक्षा के माध्यम से अपने भविष्य को संवारें! 🚀

    दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना 2025 – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

    दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना क्या है?

    दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना पंजाब सरकार की एक पहल है, जिसके तहत दिव्यांग (विकलांग) छात्रों को मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे अपनी शिक्षा जारी रख सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

    इस योजना की शुरुआत कब हुई थी?

    इस योजना की शुरुआत 1996 में पंजाब सरकार के सामाजिक सुरक्षा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा की गई थी।

    इस योजना का उद्देश्य क्या है?

    इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग छात्रों को शिक्षा, तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे समाज के उपयोगी नागरिक बन सकें।

    यह छात्रवृत्ति कैसे प्रदान की जाती है?

    छात्रवृत्ति की राशि सीधे छात्र के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाती है

    इस योजना का लाभ कितनी बार लिया जा सकता है?

    यह योजना प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में दी जाती है और जब तक छात्र किसी मान्यता प्राप्त स्कूल/कॉलेज/संस्थान में पढ़ाई कर रहा है, तब तक वह इसका लाभ ले सकता है।

    क्या यह योजना केवल सरकारी स्कूलों/कॉलेजों के छात्रों के लिए है?

    नहीं, यह योजना सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी संस्थानों में पढ़ने वाले सभी दिव्यांग छात्रों के लिए उपलब्ध है।

    यदि छात्र को पहले से कोई अन्य छात्रवृत्ति मिल रही हो, तो क्या वह इस योजना के लिए पात्र होगा?

    यदि कोई अन्य राज्य या केंद्र सरकार की छात्रवृत्ति प्राप्त कर रहा है, तो इसे DSSO कार्यालय से पुष्टि कर लेना आवश्यक है। कुछ मामलों में, एक से अधिक छात्रवृत्ति का लाभ नहीं दिया जाता।

    आवेदन की अंतिम तिथि क्या होती है?

    आवेदन की अंतिम तिथि हर साल अलग-अलग हो सकती है। इसके लिए अभ्यर्थी को अपने स्कूल/कॉलेज या DSSO कार्यालय से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए

    Comments

    No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *