भारत जैसे विकासशील देश में स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं का विशेष महत्व है। समाज के वंचित, उपेक्षित और रोगग्रस्त वर्गों की सहायता करना किसी भी सरकार की नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी होती है। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने “Leprosy Pension Scheme” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य कुष्ठ रोग से पीड़ित नागरिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें।
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Leprosy Pension Scheme का परिचय
Uttar Pradesh Leprosy Pension Scheme एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जो राज्य में रह रहे उन नागरिकों को मासिक पेंशन प्रदान करती है जो कुष्ठ रोग (Leprosy) से पीड़ित हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार इन रोगियों को न केवल आर्थिक संबल देती है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास भी करती है।
Leprosy Pension Scheme की शुरुआत कब हुई?
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2017 में प्रारंभ की गई थी। इसे राज्य सरकार की समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ निर्धारित पात्रता शर्तें रखी गई हैं।
Leprosy Pension Scheme के उद्देश्य
- कुष्ठ रोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- उन्हें आत्मनिर्भर और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जीने हेतु प्रेरित करना।
- सामाजिक बहिष्करण और उपेक्षा को कम करना।
- सरकारी सेवाओं तक उनकी पहुँच को सुनिश्चित करना।
पात्रता मापदंड
उत्तर प्रदेश कुष्ठ पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं:
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक कुष्ठ रोग से पीड़ित होना चाहिए (चिकित्सीय प्रमाण के साथ)।
- आवेदक की आय ग्रामीण क्षेत्र में ₹46,080 और शहरी क्षेत्र में ₹56,460 वार्षिक से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदक किसी अन्य पेंशन योजना का लाभार्थी न हो।
Leprosy Pension Scheme के अंतर्गत लाभ
इस Leprosy Pension Scheme के तहत लाभार्थियों को प्रत्येक माह ₹2,500 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि सीधा लाभार्थी के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने हजारों कुष्ठ रोगियों को राहत प्रदान की है।
आवेदन की प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश कुष्ठ पेंशन योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया बहुत सरल और पारदर्शी है। इच्छुक व्यक्ति ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ: https://sspy-up.gov.in
- “कुष्ठ पेंशन योजना” के विकल्प पर क्लिक करें।
- नया पंजीकरण करें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करें और आवेदन संख्या सुरक्षित रखें।
जरूरी दस्तावेज़:
- आवेदक का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- चिकित्सा प्रमाण पत्र (कुष्ठ रोग से ग्रसित होने का)
- पासपोर्ट साइज फोटो
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आवेदक अपने क्षेत्र के ब्लॉक/तहसील कार्यालय या समाज कल्याण विभाग में जाकर आवेदन पत्र भर सकते हैं।
- सभी दस्तावेज़ संलग्न कर जमा करें।
- अधिकारी द्वारा सत्यापन के पश्चात आवेदन स्वीकृत होता है।

Leprosy Pension Scheme का प्रभाव
Uttar Pradesh Leprosy Pension Scheme ने कई स्तरों पर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं:
- आर्थिक स्वतंत्रता: लाभार्थियों को मासिक पेंशन मिलने से उनका दैनिक जीवन आसान हो गया है।
- स्वाभिमान की वृद्धि: सामाजिक बहिष्कार का सामना कर रहे रोगियों में आत्मसम्मान की भावना जगी है।
- स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच: योजना के माध्यम से रोगियों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और लाभ मिल रहा है।
- सरकारी सेवाओं में भागीदारी: अब ये लोग भी सरकारी योजनाओं में भाग लेने लगे हैं।
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चुनौतियाँ और सुझाव
हालांकि योजना का उद्देश्य अत्यंत सराहनीय है, फिर भी इसके कार्यान्वयन में कुछ समस्याएँ सामने आती हैं:
मुख्य चुनौतियाँ:
- दस्तावेज़ों की कमी – कई लाभार्थियों के पास आवश्यक प्रमाणपत्र नहीं होते।
- डिजिटल साक्षरता की कमी – ऑनलाइन प्रक्रिया को समझना और अपनाना आसान नहीं।
- स्थानीय स्तर पर भ्रांतियाँ – समाज में अभी भी कुष्ठ रोग को लेकर अज्ञानता है।
सुझाव:
- क्षेत्रीय स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएँ।
- मोबाइल पेंशन रजिस्ट्रेशन कैंप लगाए जाएँ।
- लाभार्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर की सुविधा दी जाए।
सरकारी प्रयास और सफलता की कहानियाँ
राज्य सरकार ने समय-समय पर योजना की समीक्षा करते हुए इसमें आवश्यक सुधार भी किए हैं। 2023 में योजना की राशि ₹1,000 से बढ़ाकर ₹2,500 कर दी गई, जिससे लाभार्थियों को बड़ी राहत मिली।
सफलता की कहानी – रामबाबू (कानपुर)
रामबाबू जो कि पिछले 10 वर्षों से कुष्ठ रोग से पीड़ित हैं, पहले मजदूरी करके जीवन यापन करते थे। बीमारी के कारण काम करना बंद करना पड़ा। 2019 में उन्होंने योजना का लाभ लेना शुरू किया। अब उन्हें हर महीने ₹2,500 की सहायता मिलती है, जिससे वे दवाओं और आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति कर पाते हैं।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र1. क्या यह योजना केवल कुष्ठ रोगियों के लिए है?
हाँ, यह योजना विशेष रूप से कुष्ठ रोगियों के लिए बनाई गई है।
प्र2. क्या अन्य पेंशन योजनाओं के साथ इसका लाभ लिया जा सकता है?
नहीं, यदि आप किसी अन्य सामाजिक पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं तो इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।
प्र3. योजना की राशि कितनी है?
वर्तमान में योजना के अंतर्गत ₹2,500 प्रतिमाह दिए जाते हैं।
प्र4. आवेदन की स्थिति कैसे देखें?
आप https://sspy-up.gov.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन संख्या डालकर अपनी स्थिति देख सकते हैं।
प्र5. चिकित्सा प्रमाण पत्र कौन जारी करता है?
यह प्रमाण पत्र किसी सरकारी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया जाता है।
प्र6. क्या योजना में हर वर्ष नवीनीकरण आवश्यक है?
हाँ, कई जिलों में हर वित्तीय वर्ष पेंशन के नवीनीकरण की प्रक्रिया अपनाई जाती है।
निष्कर्ष
Uttar Pradesh Leprosy Pension Scheme राज्य सरकार की एक सराहनीय पहल है जो सामाजिक समावेशन और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है। यह योजना कुष्ठ रोगियों को सिर्फ आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि सम्मान और आत्मनिर्भरता भी प्रदान करती है। अगर इसे और व्यापक रूप में लागू किया जाए और जागरूकता फैलाई जाए, तो यह लाखों ज़िंदगियों को नई रोशनी दे सकती है।