पश्चिम बंगाल सरकार ने किसानों की फसल सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ‘बांग्ला शस्य बीमा योजना’ की शुरुआत की है। यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस लेख में, हम इस योजना के विभिन्न पहलुओं, लाभों, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQ) पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
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West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme का परिचय
‘West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme‘ पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा शुरू की गई एक फसल बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, और बीमारियों के कारण होने वाले फसल नुकसान से आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत, किसानों को बीमा प्रीमियम का भुगतान नहीं करना पड़ता; राज्य सरकार प्रीमियम की पूरी राशि वहन करती है। यह योजना खरीफ और रबी दोनों मौसमों की फसलों को कवर करती है।
West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme के प्रमुख बिंदु
- लॉन्च वर्ष: 2020
- लाभार्थी: पश्चिम बंगाल के किसान
- बीमा प्रदाता: भारतीय कृषि बीमा कंपनी (AIC)
- प्रीमियम भुगतान: किसानों के लिए शून्य प्रीमियम; राज्य सरकार द्वारा वहन
- कवर की जाने वाली फसलें: खरीफ और रबी मौसम की फसलें, जैसे धान, जूट, मक्का, गेहूं, बाजरा, तिलहन, दालें, और वार्षिक वाणिज्यिक/बागवानी फसलें
West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme के लाभ
- आर्थिक सुरक्षा: प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, और बीमारियों के कारण होने वाले फसल नुकसान की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता मिलती है।
- प्रीमियम मुक्त बीमा: किसानों को बीमा प्रीमियम का भुगतान नहीं करना पड़ता; राज्य सरकार पूरी प्रीमियम राशि का वहन करती है।
- विस्तृत फसल कवरेज: खरीफ और रबी दोनों मौसमों की प्रमुख फसलें इस योजना के तहत कवर की जाती हैं।
- सीधे बैंक खाते में भुगतान: बीमा दावा राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की जाती है, जिससे पारदर्शिता और त्वरितता सुनिश्चित होती है।
पात्रता मानदंड
- पश्चिम बंगाल का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- कृषि कार्य में संलग्न होना चाहिए।
- राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित फसलों की खेती करनी चाहिए।
- किसान के पास वैध भूमि स्वामित्व दस्तावेज या पट्टे पर ली गई भूमि के दस्तावेज होने चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
- आवेदन पत्र प्राप्त करें: बांग्ला शस्य बीमा योजना का आवेदन पत्र आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करें या अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से प्राप्त करें।
- फॉर्म भरें: आवेदन पत्र में सभी आवश्यक विवरण सही-सही भरें, जैसे व्यक्तिगत जानकारी, भूमि विवरण, फसल विवरण आदि।
- दस्तावेज संलग्न करें: आवश्यक दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें, जैसे भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र, पहचान प्रमाण, बैंक खाता विवरण आदि।
- जमा करें: भरे हुए आवेदन पत्र को संबंधित कृषि कार्यालय या ‘दुआरे सरकार’ शिविर में जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज
- पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी)
- भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र या पट्टा दस्तावेज
- बैंक खाता विवरण
- फसल बुवाई का प्रमाण

फसल नुकसान की रिपोर्टिंग
यदि किसी किसान की फसल को नुकसान होता है, तो उसे निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए:
- नुकसान की सूचना दें: फसल नुकसान की सूचना संबंधित बीमा कंपनी को निर्धारित समय सीमा के भीतर दें।
- सर्वेक्षण: बीमा कंपनी द्वारा नियुक्त अधिकारी फसल नुकसान का सर्वेक्षण करेंगे।
- दावा निपटान: सर्वेक्षण के बाद, यदि दावा मान्य पाया जाता है, तो बीमा राशि सीधे किसान के बैंक खाते में जमा की जाएगी।
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West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme कंपनी के संपर्क विवरण
किसान अपनी संबंधित बीमा कंपनी से संपर्क करने के लिए नीचे दिए गए टोल-फ्री नंबरों का उपयोग कर सकते हैं:
- टोल-फ्री नंबर: 1800 572 0258 (सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक)
- अन्य संपर्क नंबर: 83730 94077, 83369 57181, 83369 00632
- ईमेल: banglashasyabima@ingreens.in (सामान्य प्रश्नों के लिए)
- ईमेल: ro.kolkata@aicofindia.com (बीमा और दावा संबंधित प्रश्नों के लिए)
जिला-वार बीमा कंपनी के संपर्क विवरण

West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
1. बांग्ला शस्य बीमा योजना क्या है?
यह पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चलाई जा रही एक फसल बीमा योजना है, जो किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करती है।
2. इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक सुरक्षा देना और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित होने पर उनकी आजीविका को बचाना है।
3. इस योजना का लाभ कौन ले सकता है?
पश्चिम बंगाल के सभी पंजीकृत किसान, जो खरीफ और रबी की अधिसूचित फसलें उगा रहे हैं, इस योजना के पात्र हैं।
4. इस योजना के तहत कौन-कौन सी फसलें कवर की जाती हैं?
धान, जूट, मक्का, गेहूं, बाजरा, तिलहन, दालें, और वार्षिक वाणिज्यिक/बागवानी फसलें।
5. किसानों को बीमा प्रीमियम का भुगतान करना होगा?
नहीं, इस योजना के तहत राज्य सरकार पूरी बीमा प्रीमियम राशि का भुगतान करती है।
6. अगर मेरी फसल को नुकसान होता है तो मुझे क्या करना चाहिए?
आपको निर्धारित समय के भीतर बीमा कंपनी को सूचित करना होगा और सर्वेक्षण के लिए आवेदन करना होगा। सर्वेक्षण के बाद, यदि दावा मान्य होता है, तो बीमा राशि सीधे आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।
7. इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
किसान कृषि कार्यालय या बांग्ला शस्य बीमा वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
8. क्या यह योजना पूरे साल उपलब्ध रहती है?
हां, यह योजना खरीफ और रबी दोनों मौसमों में लागू होती है।
9. इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
आधार कार्ड, वोटर आईडी, भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र, बैंक खाता विवरण, और फसल बुवाई प्रमाण।
10. अगर मेरी बीमा राशि समय पर नहीं मिलती तो मैं क्या कर सकता हूं?
आप टोल-फ्री हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते हैं या संबंधित जिला कृषि अधिकारी से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
West Bengal Bangla Shasya Bima Scheme के किसानों के लिए एक प्रभावी सुरक्षा कवच है। यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करती है और उन्हें आर्थिक संकट से बचाने में मदद करती है। यदि आप पश्चिम बंगाल के किसान हैं, तो इस योजना का लाभ उठाना आपके लिए फायदेमंद होगा।
राज्य सरकार की इस पहल का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी फसल उत्पादन प्रक्रिया को सुरक्षित बनाना है। अगर आप इस योजना से संबंधित किसी भी जानकारी की आवश्यकता हो तो आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क करें।