भारत में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या रही है, विशेष रूप से युवा वर्ग के लिए। देश की राजधानी दिल्ली में भी यह समस्या कम नहीं है। सरकार समय-समय पर इस चुनौती से निपटने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू करती रही है। इन्हीं प्रयासों में एक प्रभावशाली योजना है – “Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana”, जो युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करती है और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर आत्मनिर्भर बनने का अवसर देती है।
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ रोजगार प्रदान करना नहीं, बल्कि युवाओं को उद्यमिता के पथ पर अग्रसर करना है, ताकि वे स्वयं के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकें। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने में युवाओं का मार्गदर्शन भी करती है।
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Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana का उद्देश्य
Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना।
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को सशक्त बनाना।
- बेरोजगारी की दर को कम करना।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती देना।
- उद्यमिता को प्रोत्साहन देना।
मुख्य विशेषताएं
- ऋण सहायता:
योजना के अंतर्गत योग्य लाभार्थियों को अधिकतम ₹3 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। - सब्सिडी:
ऋण राशि पर सरकार द्वारा 15% तक की सब्सिडी दी जाती है, जो अधिकतम ₹15,000 तक हो सकती है। - ब्याज में छूट:
दिल्ली सरकार ऋण पर ब्याज दर को आंशिक रूप से वहन करती है जिससे लाभार्थी को कम ब्याज देना पड़ता है। - लघु और मध्यम व्यवसायों को बढ़ावा:
योजना के तहत दुकानें, सेवा उद्योग, विनिर्माण आदि से जुड़े व्यवसायों के लिए ऋण स्वीकृत किया जाता है। - महिला एवं दिव्यांगों को प्राथमिकता:
योजना में महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति, और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता दी जाती है।
पात्रता मापदंड
इस Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों को निम्नलिखित पात्रता मापदंड पूरे करने होंगे:
- आवेदक दिल्ली का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक कम से कम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
- आवेदक के परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदक किसी अन्य सरकारी स्वरोजगार योजना से लाभार्थी नहीं होना चाहिए।
लाभार्थियों को मिलने वाले लाभ
- कम ब्याज दर पर ऋण सुविधा।
- आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को व्यवसाय आरंभ करने में सहयोग।
- आत्मनिर्भर बनने का अवसर।
- नई उद्यमिता को बढ़ावा।
- दूसरों को रोजगार देने की क्षमता।

Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के अंतर्गत मिलने वाले व्यवसाय के विकल्प
इस Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के अंतर्गत लाभार्थी निम्न व्यवसायों के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं:
- कपड़े की दुकान
- जनरल स्टोर
- ब्यूटी पार्लर
- फोटोकॉपी और साइबर कैफे
- मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक रिपेयरिंग
- सिलाई कढ़ाई
- खाद्य वस्तुओं की दुकानें
- ई-रिक्शा संचालन
- छोटे विनिर्माण इकाइयाँ
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले दिल्ली रोजगार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://degs.org.in
- ‘राजीव गांधी स्व-रोजगार योजना’ सेक्शन में जाएं।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें, जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि शामिल हों।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- व्यवसाय योजना (Project Report) अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट करें और आवेदन संख्या को सुरक्षित रखें।
ऑफ़लाइन आवेदन कैसे करें?
- निकटतम जिला रोजगार कार्यालय में जाकर फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म को भरें और संबंधित दस्तावेज़ों के साथ जमा करें।
- आगे की प्रक्रिया के लिए कार्यालय से संपर्क में रहें।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- आय प्रमाण पत्र
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- व्यवसाय योजना (Project Report)
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Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के क्रियान्वयन की स्थिति
Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के सफल कार्यान्वयन के लिए विशेष निगरानी की जाती है। प्रतिवर्ष हजारों युवा इस योजना के माध्यम से छोटे व्यवसाय शुरू कर चुके हैं और आत्मनिर्भर बने हैं। सरकार ने योजना के अंतर्गत ऑनलाइन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
सफलता की कहानियाँ
1. पूजा शर्मा (ब्यूटी पार्लर व्यवसाय)
पूजा ने इस योजना के अंतर्गत ₹2 लाख का ऋण प्राप्त कर ब्यूटी पार्लर शुरू किया। आज वह न केवल स्वयं आत्मनिर्भर हैं, बल्कि तीन अन्य महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं।
2. राजेश यादव (मोबाइल रिपेयरिंग शॉप)
राजेश ने योजना का लाभ लेकर ₹1.5 लाख का ऋण लिया और मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोली। अब उनकी मासिक आमदनी ₹25,000 से अधिक है।
सरकार द्वारा उठाए गए नवीनतम कदम
- प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बनाया गया है।
- ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया को 30 दिनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य।
- जिला स्तरीय निगरानी समितियों का गठन।
- वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट प्रकाशित की जाती है।
समस्याएँ और समाधान
चुनौतियाँ:
- सभी को समय पर ऋण न मिल पाना।
- कुछ लोगों को दस्तावेज़ी प्रक्रिया कठिन लगना।
- योजना के बारे में जानकारी का अभाव।
समाधान:
- अधिक प्रचार-प्रसार के माध्यम से जागरूकता बढ़ाना।
- हेल्पलाइन और सहायता केंद्रों की स्थापना।
- मोबाइल ऐप के माध्यम से आवेदन की सुविधा।
निष्कर्ष
“Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana” केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक विजन है – आत्मनिर्भर भारत का। यह योजना युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाती है और उन्हें समाज में एक सशक्त स्थान दिलाने में सहायक बनती है। ऐसे में आवश्यक है कि अधिक से अधिक युवा इस योजना से जुड़ें और आत्मनिर्भरता की राह पर कदम बढ़ाएं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana किसके लिए है?
यह योजना दिल्ली के स्थायी निवासियों के लिए है जो स्वरोजगार शुरू करना चाहते हैं और जिनकी आय सीमित है।
Q1. इस Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के तहत अधिकतम कितना ऋण मिलता है?
इस योजना के तहत अधिकतम ₹3 लाख तक का ऋण प्राप्त किया जा सकता है।
Q2. क्या Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana में सब्सिडी भी मिलती है?
हाँ, ऋण पर अधिकतम ₹15,000 तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
Q3. Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?
आप ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से या जिला रोजगार कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
Q4. क्या कोई भी व्यवसाय इस Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana के अंतर्गत आता है?
योजना के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु व्यवसाय जैसे दुकान, सेवा उद्योग, विनिर्माण आदि आते हैं।
Q5. क्या महिलाएं Delhi Rajiv Gandhi Self Employment Yojana में आवेदन कर सकती हैं?
हाँ, महिलाएं भी इस योजना की पात्र हैं और उन्हें प्राथमिकता भी दी जाती है।